प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव डॉ. पी.के.मिश्रा ने आज उत्तरकाशी में सिल्क्यारा बचाव अभियान स्थल का दौरा किया। उन्होंने सुरंग के अंदर मलबे के माध्यम से की जा रही क्षैतिज ड्रिलिंग साइट के साथ-साथ रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) और सतलज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) की ऊर्ध्वाधर ड्रिलिंग साइटों का दौरा किया। उन्होंने आरवीएनएल द्वारा किये जा रहे 170 मीटर लम्बे सुरंग कार्य का भी दौरा किया।फंसे हुए श्रमिकों से की बातचीत डॉ. मिश्रा ने संचार लाइन के माध्यम से फंसे हुए श्रमिकों से भी बातचीत की और उन्हें सुरक्षित बचाने का आश्वासन दिया। उनमें आत्मविश्वास और आशावाद झलक रहा था। उन्होंने फंसे हुए लोगों के परिवार के सदस्यों से भी बातचीत की और उन्हें सुरक्षित बचाव का आश्वासन दिया।
प्रधान सचिव ने एजेंसियों को पुरुषों और मशीनरी की अत्यधिक सुरक्षा के साथ-साथ निष्पादन की तेज गति के साथ बचाव अभियान चलाने की सलाह दी। उन्होंने फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने में समय के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि अंदर फंसे व्यक्तियों को समय पर खाद्य सामग्री के साथ-साथ अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं उपलब्ध कराते हुए उनका अच्छे से ख्याल रखा जाए।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन लोगों की निरंतर स्वास्थ्य निगरानी और सलाह के साथ-साथ उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए समय-समय पर परामर्श सत्र भी होने चाहिए। डॉ.मिश्रा ने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार इस बचाव अभियान के लिए देश की विभिन्न एजेंसियों/संगठनों का हर प्रकार का सहयोग उपलब्ध कराएगी।
एनएचआईडीसीएल, आरवीएनएल, एसजेवीएनएल, ओएनजीसी, टीएचडीसी, सीआईएमएफआर, बीआरओ, जीएसआई जैसी विभिन्न एजेंसियों के अधिकारियों, अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों और कई निजी एजेंसियों ने प्रमुख सचिव को उनकी एजेंसियों द्वारा किए जा रहे बचाव कार्यों के बारे में जानकारी दी।
प्रमुख सचिव ने मशीन ऑपरेटरों, वेल्डरों, चूहे खनिकों, पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, बीआरओ, सेना, आईटीबीपी, जिला प्रशासन और ऑपरेशन में शामिल अन्य सभी एजेंसियों जैसे विभिन्न ग्राउंड स्टाफ की कड़ी मेहनत की सराहना की।
डॉ. पी के मिश्रा के साथ केंद्रीय गृह सचिव श्री अजय भल्ला, उत्तराखंड के मुख्य सचिव श्री सुखबीर सिंह संधू और पीएमओ के अतिरिक्त सचिव श्री हरि रंजन राव भी थे।