श्री बदरीनाथ धाम I भारत तिब्बत की सीमा पर स्थित अंतिम गांव माणा जो कि बदरीनाथ मंदिर से लगभग 3किलोमीटर की दूरी पर स्थित है के क्षेत्रपाल घंटाकर्ण महाराज गुरूवार को अपने गांव के लोगों के साथ श्री बदरीनाथ जी के मंदिर में पहुंचे , घंटाकर्ण महाराज ने शुक्रवार को आयोजित होने वाले माता मूर्ती उत्सव पूजा में नारायण को आने का न्यौता दिया।
गुरूवार को दोपहर बाद माणा गांव के हक हकूकधारी देव शोभा यात्रा के माध्यम से घंटाकर्ण को माणा से बदरीपुरी लाये। माना गांव की महिलाओं एवं पुरूषों के द्वारा इस देव शोभा यात्रा में अपनी पारंपरिक वेशभूषा पहनी हुई थी। ग्रामीण भजन कीर्तन गाते हुए एवं घंटाकर्ण एवं बदरीविशाल के जयकारों के साथ मंदिर में पहुंचे। कोराना के कारण कोविड गाईडलाईन का भी ग्रामीणों ने अनुपालन किया व मात्र 20 लोगों को बदरीनाथ जी के सिंहद्वार से अंदर प्रवेश की अनुमति मिली। मंदिर प्रांगण में पहुंचे के बाद वैदिक पूजा अर्चनायें पूरे विधि विधान से ढोल दमाऊ के आयोजित हुई ।घंटाकर्ण के पास्वा ने अवतरित होकर भगवान बदरी विशाल जी को कल माता मूर्ति के मंदिर में पधारने का निमंत्रण दिया ।