तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ मंदिर के कपाट आज विधि विधान और वेद मंत्रोच्चार के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं भगवान तुंगनाथ की डोली मक्कूमठ के लिए चल दी है, अब शीतकाल में भगवान की पूजा मक्कूमठ के मंदिर में होगी। मक्कू मठ के मैठाणी ब्राह्मण भगवान तुंगनाथ के परम्परागत पुजारी हैं। नागपुर मंडलान्तर्गत भुत्यौर द्यबता इस क्षेत्र में भुम्याल देवता हैं जिनकी पूजा भी भगवान तुंगनाथ के साथ ही होती है। भुत्यौर के न्यौजा ,निशाण भी शीतकाल में डोली के साथ रहते हैं।