Saturday, February 8, 2025
spot_img

भैया दूज के अवसर पर शीतकाल केदारनाथ धाम के कपाट बंद हुए

More articles

Vijaya Dimri
Vijaya Dimrihttps://bit.ly/vijayadimri
Editor in Chief of Uttarakhand's popular Hindi news website "Voice of Devbhoomi" (voiceofdevbhoomi.com). Contact voiceofdevbhoomi@gmail.com

उत्तराखंड चार धामों में प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट आज  शनिवार भैया दूज  वृश्चिक राशि अनुराधा नक्षत्र में  समाधि पूजा-प्रक्रिया के पश्चात विधि-विधान से शीतकाल हेतु बंद हो गये ब्रह्म मुहूर्त से कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गयी। प्रातः: 6 बजे  पुजारी बागेश लिंग ने केदारनाथ धाम के दिगपाल भगवान भैरवनाथ जी का आह्वान कर धर्माचार्यों की उपस्थिति में शंभू शिव लिंग को  विभूति तथा,शुष्क फूलों  से ढक कर समाधि रूप में विराजमान किया।  ठीक सुबह 8 बजे मुख्य द्वार के कपाट शीतकाल हेतु बंद कर दिये गये।इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु कपाट बंद होने के साक्षी रहे। बर्फ की सफेद चादर ओढ़े श्री केदारनाथ धाम से पंच मुखी डोली ने सेना के बैंड बाजों की भक्तिमय धुनों के बीच मंदिर की परिक्रमा कर विभिन्न पड़ावों से होते हुए शीतकालीन गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ हेतु प्रस्थान किया। प्रदेश के राज्यपाल महामहिम गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, सहित प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, पूर्व सांसद मनोहर कांत ध्यानी विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल, चारधाम विकास परिषद पूर्व उपाध्यक्ष आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं ने धामों के कपाट बंद होने पर शुभकामनाएं दी। कहा कि कोरोना काल के बावजूद यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न हो रही है। चारो धामों में साढ़े चार लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंचे है।

 

मुख्य सचिव डी. एस. एस. संधू,  सचिव तीर्थाटन हरिचंद सेमवाल, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन, डीआईजी अशोक कुमार, आपदा सचिव एस ए मुरुगेशन, आपदा निदेशक डा. पीयूष रौतेला ने केदारनाथ सहित चारों धामों में यात्रा व्यवस्था से जुड़े जिला प्रशासन सहित,सभी विभागों के अधिकारियों कर्मचारियों, चिकित्सा पुलिस प्रशासन को यात्रा समापन बधाई दी है।श्री केदारनाथ धाम के कपाट बंद होते समय उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, वरिष्ठ पत्रकार एवं देवस्थानम बोर्ड सदस्य आशुतोष डिमरी, आयुक्त गढ़वाल एवं  देवस्थान बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन, जिलाधिकारी मनुज गोयल, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी. डी. सिंह, पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल उप जिलाधिकारी जितेंद्र वर्मा, जल विद्युत निगम डीजी के के बिष्ट एवं अनुराग बिष्ट  देवानंद गैरोला,केदार सभा अध्यक्ष विनोद शुक्ला, एवं योगेंद्र सिंह,शिव सिंह रावत, सहायक अभियंता गिरीश देवली, पुलिस चौकी प्रभारी मंजुल रावत,मंदिर प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, प्रभारी लेखा अधिकारी आर सी
तिवारी,धर्माचार्य अंकुर शुक्ला प्रबंधक अरविंद शुक्ला एवं प्रदीप सेमवाल आदि मौजूद रहे।देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि कपाट बंद होने के बाद  भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली ने मंदिर की परिक्रमा के बाद जय श्री केदार के उद्घोष के बाद पहले  पड़ाव रामपुर के लिए प्रस्थान किया।
कल  7 नवंबर डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी प्रवेश हेतु पहुंचेगी। 8 नवंबर को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली के पंच केदार गद्दी स्थल  श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ विराजमान हो जाएगी इसी के साथ  भगवान भगवान केदारनाथ जी की शीतकालीन पूजा शुरू हो जायेगी चार धामों में कल 4 नवंबर को श्री गंगोत्री धाम के कपाट बंद हुए।  आज दोपहर बाद श्री यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो जायेंगे।शीतकाल हेतु 20 नवंबर को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे।22 नवंबर को द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी के कपाट बंद होंगे श्री मद्महेश्वर भगवान की विग्रह डोली के 25 नवंबर को शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचने की तिथि पर मद्महेश्वर मेला आयोजित होगा। बताया कि अभी तक दो लाख चालीस हजार से अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ धाम पहुंचे है।

-Advertisement-spot_img

-Advertisement-

Download Appspot_img
spot_img
spot_img
error: Content is protected !!