गुजरात में स्थित हड़प्पा कालीन शहर धोलावीरा को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत घोषित किया गया है इससे पहले इसी माह में तेलंगाना के राम आपा मंदिर को भी विश्व विरासत में शामिल किया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ट्वीट करके धोलावीरा को विश्व विरासत घोषित करने पर खुशी व्यक्त की गई धोलावीरा को विश्व विरासत घोषित करने के बाद गुजरात में चार विश्व विरासत हो चुकी हैं जिसमें चंपानेर का पावागढ़ किला इतिहासिक शहर अहमदाबाद पाटन स्थित रानी की वाव और धोलावीरा को मिलाकर 4 विश्व विरासत गुजरात में हो गई हैं।
धोलावीरा गुजरात के कच्छ जिले के भचाऊ में स्थित है। यहां सिंधु घाटी सभ्यता के कई खंडहर हैं. कहा जाता है कि करीब 3500 ईसा पूर्व ही यहां लोग बसने लगे थे और करीब 1800 ईसा पूर्व तक यह शहर मौजूद था। धोलावीरा के बारे में कहा जाता है कि यह हड़प्पा काल का प्रमुख महानगर था। हड़प्पा काल के इस शहर में उस ज़माने की लिपि में लिखे गए कुछ अवशेष भी मौजूद हैं। हालांकि अभी तक इन लिपि को कोई पढ़ नहीं पाया है।
इस हड़प्पा कालीन शहर धोलावीरा को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में (2021 चीन में संपन्न यूनेस्को की ऑनलाइन बैठक में) शामिल किया गया है। यह भारत का 40वां विश्व धरोहर स्थल है।