Thursday, August 21, 2025
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मानसून सत्र की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।

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Vijaya Dimri
Vijaya Dimrihttps://bit.ly/vijayadimri
Editor in Chief of Uttarakhand's popular Hindi news website "Voice of Devbhoomi" (voiceofdevbhoomi.com). Contact voiceofdevbhoomi@gmail.com

मानसून सत्र की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने मानसून सत्र से निपटने के लिए अधिकारियों को अभी से तैयार रहने के निर्देश दिए।
जिला कार्यालय सभागार कक्ष में आयोजित बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने आगामी मानसून सत्र की तैयारियों को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि मानसून सत्र के दृष्टिगत जो भी पूर्व तैयारी की जानी है उसके लिए सभी विभागों द्वारा तत्काल आवश्यक कार्यवाही करते हुए कार्य योजना तैयार कर ली जाए। उन्होंने कहा कि मानसून सत्र के दृष्टि से आपदा कंट्रोल रूम सहित सभी तहसीलों के कंट्रोल रूम भी 24 घंटे के लिए संचालित करने के निर्देश दिए गए ताकि किसी भी प्रकार की कोई घटना घटित होने पर इसकी सूचना संबंधित को दी जा सके। उन्होंने सभी अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए हैैं कि सभी अधिकारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें तथा किसी घटना के घटित होने पर तत्परता से आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। इसके अलावा जिलाधिकारी ने श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को सफलता से संचालित करने के लिए यात्रा मार्ग में किसी भी प्रकार की कोई समस्या को तत्परता से समाधान करना सुनिश्चित करें तथा यात्रा के दौरान यात्रियों को क्या सावधानियां बरती जानी है इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
उन्होंने सड़क मार्ग से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए कि संवेदनशील एवं भूस्खलन क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए उन स्थानों पर जेसीबी मशीन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जेसीबी मशीनों के ऑपरेटरों के मोबाइल नंबर आपदा कंट्रेाल रूम, सभी तहसील कार्यालयों एवं पुलिस थानों में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए ताकि किसी भी क्षेत्र में भूस्खलन की स्थिति में यात्रा मार्ग को सुचारू किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने वैकल्पिक मार्गों को भी दुरस्त रखने के निर्देश दिए तथा नालियों एवं कलमटों की साफ-सफाई व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने जनपद के अंतर्गत बाढ़ क्षेत्र, जल भराव की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों की जानकारी लेते हुए उनका चिन्हिकरण करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी ने मानसून सत्र के दौरान पूर्ति विभाग को निर्देश दिए हैं कि दूरस्थ क्षेत्र की राशन सामग्री मानसून से पूर्व उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही सभी पेट्रोल पंपों में पेट्रोल-डीजल की उपलब्धता भी बनी रहे। उन्होंने जल संस्थान, जल निगम, विद्युत विभाग सहित नगर पालिका व नगर पंचायत के अधिकारियों को उनसे संबंधित व्यवस्थाओं को दूरस्त करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि यदि आपदा के कारण किसी भी विभाग की परिसंपत्ति क्षतिग्रस्त होती है तो उसका आंकलन तत्काल जिला आपदा प्रबंधन को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ताकि उस संबंध में आवश्यक कार्यवाही की जा सके।
बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती अमरदेई शाह ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मानसून के दृष्टिगत सभी अधिकारी अपनी-अपनी व्यवस्थाएं दुरस्त कर ली जाए तथा किसी भी प्रकार की आपदा की घटना घटित होने पर उस पर त्वरित कार्यवाही कार्यवाही करते हुए सभी अधिकारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद प्रसाद सिमल्टी, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग अपर्णा ढौंडियाल, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार, जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्र, तहसीलदार मंजू राजपूत, अधिशासी अभियंता जल संस्थान अनीश पिल्लई, जिला पूर्ति अधिकारी केके अग्रवाल, एनएच, विद्युत, कृषि, स्वास्थ्य आदि विभागीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

 

 

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