Saturday, February 8, 2025
spot_img

केंद्रीय विश्वविद्यालय भटिंडा (सीयूपी, पंजाब) के साथ वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई), देहरादून (उत्तराखंड) के बीच 10 फरवरी 2021 को समझौता ज्ञापन (एमओयू) दो संगठन के बीच लागू किया गया है

More articles

Vijaya Dimri
Vijaya Dimrihttps://bit.ly/vijayadimri
Editor in Chief of Uttarakhand's popular Hindi news website "Voice of Devbhoomi" (voiceofdevbhoomi.com). Contact voiceofdevbhoomi@gmail.com

केंद्रीय विश्वविद्यालय भटिंडा (सीयूपी, पंजाब) के साथ वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई), देहरादून (उत्तराखंड) के बीच 10 फरवरी 2021 को समझौता ज्ञापन (एमओयू) दो संगठन के बीच लागू किया गया है ताकि संकाय, अधिकारियों और छात्रों के अनुसंधान, शिक्षा और विस्तार प्रदान किया जा सके । इस अवसर पर डॉ.रागवेंद्र प्रताप तिवारी (माननीय कुलपति), प्रोफेसर रामकृष्ण विसिरिका (डीन अकादमिक प्रभारी), प्रोफेसर अंजना मौंशी (डीन रिसर्च), प्रोफेसर मोनिशा धीमान (आईक्यूएसी), प्रोफेसर कलापाल सिंह मुद्रा (रजिस्ट्रार), फेलिक्स बास्ट (प्रभाग प्रमुख एवं एसोसिएट प्रोफेसर, वनस्पति विज्ञान विभाग) एवं डॉ. विनय कुमार (सहायक प्रोफेसर, वनस्पति विज्ञान विभाग), केंद्रीय विश्वविद्यालय भटिंडा (पंजाब) से उपस्थित थे । जबकि एफआरआई से, श्री अरुण सिंह रावत (महानिदेशक, आईसीएफआरई और निदेशक, एफआरआई), डॉ अजय ठाकुर और डॉ मनीष सिंह भंडारी, आनुवंशिकी और वृक्ष सुधार प्रभाग (एफआरआई) के वैज्ञानिक और डॉ. तारा चंद (जीसीआर, एफआरआई) ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए ।

-Advertisement-spot_img

-Advertisement-

Download Appspot_img
spot_img
spot_img
error: Content is protected !!