चमोली (गौचर) 18 दिसंबर,2024 ( के एस असवाल )एम्स श्रृषिकेश की एम्बुलेंस सेवा का बुधवार को गौचर से भी शुभारंभ हो गया है। देर शाम यहां पहुंची हेली ऐम्बुलेंस ने एक मरीज को लेकर ऋषिकेश के लिए उड़ान भरी
एम्स के नोडल अधिकारी व इस हैली सेवा के इंचार्ज डाक्टर मधुर उनियाल के अनुसार यह सेवा दुर्गम पहाड़ों के लिए निःशुल्क है। डॉक्टर्स के रेफरल से ही इमरजेंसी कंडीशन और किसी गंभीर स्थिति में इस सेवा का लाभ ले सकते हैं। हमारे उत्तराखंड परिवार में हर क्षेत्र से लोग जुड़े हैं। सभी से निवेदन है कि अपने अपने क्षेत्रों की जनता
अस्पताल,डॉक्टर्स तक इस जानकारी को फैलाया जाना जरूरी है ताकि जरूरतमंद सरकार की कल्याणकारी योजना का लाभ उठा सकें। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसी प्रकार की सिफारिश या कोई जान पहचान की आवश्यकता नहीं है। हेली एंबुलेंस संबंधित क्षेत्रों के डॉक्टरों के रेफरल और मरीज की इमरजेंसी कंडीशन में निःशुल्क सेवा है। कई लोगों का सवाल था कि क्या फीस है
काश ये गरीबों के लिए होती इत्यादि। हम आपको जानकारी देना चाहते हैं कि ये गरीब अमीर पे नहीं मरीजों की सेवा के लिए है और निःशुल्क सेवा है।
हेली इमरजेंसी मेडिकल सर्विस (HEMS) के नोडल अधिकारी एवं इंचार्ज हमारे उत्तराखंड की शान डॉक्टर मधुर उनियाल जी हैं। जिनकी सोच ,मेहनत और अथक प्रयासों से भारत का यह पहला एम्स ऋषिकेश और पहली हेली एंबुलेंस सेवा उत्तराखंड में प्रारंभ हुई है ।
एम्स ऋषिकेश द्वारा संचालित और राज्य सरकार की ओर समर्पित हेली एम्बुलेंस सदैव उत्तराखंड में इमरजेंसी सेवा के लिए तत्पर रहेगी। गंभीर मरीजों व गर्भवतियों के लिए यह संजीवनी सेवा पूरी तरह से निशुल्क सेवा है। उत्तराखंड राज्य स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एम्स का पूरा सहयोग रहेगा।
-प्रो. डॉ. मीनू सिंह, निदेशक एम्स