Monday, June 2, 2025
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बेहतर शिक्षा के लिए जिला प्रशासन की पहलः सरस्वती शिशु विद्या मंदिर भोगपुर को नवीन स्कूल बस का तोहफा।

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Vijaya Dimri
Vijaya Dimrihttps://bit.ly/vijayadimri
Editor in Chief of Uttarakhand's popular Hindi news website "Voice of Devbhoomi" (voiceofdevbhoomi.com). Contact voiceofdevbhoomi@gmail.com

मा0 मुख्यमंत्री की प्रेरणा से जिलाधिकारी सविन बंसल स्कूलों में शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए पूरी सक्रियता से जुटे है। जिलाधिकारी ने शनिवार को डोईवाला में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर हाई स्कूल भोगपुर, दाबडा को स्कूल बस का तोहफा देकर बडी सौगात दी। डीएम की इस पहल से स्कूल के छात्रों को बेहतर परिवहन की सुविधा मिलेगी। शनिवार को डीएम ने स्कूल बस का विधिवत् उद्घाटन भी किया।
डोईवाला के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर हाईस्कूल भोगपुर, दाबडा में 95 बच्चे पढते है। इस स्कूल में 10 से 12 किलोमीटर दूर बडोगन, तोल, भोगपुर, पुन्नीवाला, रैणापुर, रानी पोखरी आदि दूर दराज क्षेत्रों से हर रोज बच्चे पढ़ने आते है। अभिभावकों एवं स्कूल प्रशासन के सामने बच्चों के परिवहन की हमेशा बडी समस्या बनी रहती थी। जिलाधिकारी ने इस मामले का त्वरित संज्ञान लिया और अपने चिरपरिचित कर्मठ कार्यशैली से जिला प्रशासन के राइफल क्लब फंड से स्कूल बच्चों के परिवहन के लिए बस सुविधा मुहैया कराई। शनिवार को जिलाधिकारी ने सरस्वती शिशु विद्या मंदिर हाई स्कूल भोगपुर, दाबडा डोईवाला पहुंचकर स्कूल बस का विधिवत् उद्घाटन किया। इतना ही नहीं जिलाधिकारी ने स्कूल के सभी 95 बच्चों को अपनी ओर से स्कूल सूज का तोहफा भी दिया। जिलाधिकारी से मिली बस की सौगात और स्कूल सूज का तोहफा पाकर छात्रों, अभिभावकों और स्कूल प्रशासन ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन की पहल की सराहना की और जिलाधिकारी को प्रतीक चिन्ह व शॉल भेंट कर फूल मालाओं से उनका भव्य स्वागत किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चे हमारे समाज के हैं सूद है। उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य बेहतरी को लेकर राज्य सरकार हर वक्त तत्पर है। बेहतर शिक्षा के लिए जिला प्रशासन ने 02 महीने में सीएसआर सोर्स से फंड चैनलाइज कर बच्चों के स्कूल आने जाने की सुविधा हेतु सरस्वती शिशु विद्या मंदिर भोगपुर को नवीन स्कूल बस दी गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि मा0 सीएम के प्रताप व संकल्प दृढ़ से  सभी कार्याे में सहयोग मिल रहा है। इस मौके पर डीएम ने अपनी ओर से सरस्वती विद्या मंदिर के सभी 95 बच्चों को स्कूल शूज का तोहफा भी दिया। जिलाधिकारी का प्रोजेक्ट उत्कर्ष ऐसे ही हजारों सरकारी विद्यालयों की दिशा और दशा सुधार चुका है। डीएम का प्रोजेक्ट नंदा सुनंदा असहाय, अनाथ बालिकाओं की पढ़ाई में ऑलरेडी बरदान साबित हो रहा है।
जिलाधिकारी ने कहा कि दूर दराज क्षेत्रों में शिक्षा के विकास में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर जैसे संस्थान अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है। जिलाधिकारी ने कहा कि देश को सुपर पावर और सशक्त बनाने के लिए हमें बच्चों की शिक्षा और उनकी परवरिश पर विशेष ध्यान देना होगा। दूर दराज क्षेत्रों में संचालित विद्यालयों में परिवहन की बड़ी समस्या रहती है। कहा कि स्कूल बस की सुविधा होने से अब बच्चों को स्कूल आने जाने में लगने वाले समय और परेशानी कम होगी। बच्चों को समय पर स्कूल पहुंचने और सुरक्षित वापस जाने की सुविधा मिलेगी।
बच्चों की शिक्षा को लेकर जिलाधिकारी बेहद गंभीर है और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ निरंतर काम कर रहे है। जिलाधिकारी के प्रयासों से जनपद के सरकारी विद्यालयों को प्राइवेट विद्यालयों की तर्ज पर हाईटेक किया गया है। प्रोजेक्ट उत्कर्ष के तहत सरकारी विद्यालयों में स्मार्ट क्लास, डिजिटल स्क्रीन, फर्नीचर, वाइटबोर्ड, आधुनिक शौचालय सहित सभी मूलभूत सुविधाएं देकर शिक्षा का एक स्वच्छ वातावरण दिया गया है। यही नहीं असहाय, अनाथ बालिकाओं की शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए भी जिलाधिकारी ने प्रोजेक्ट नंदा-सुनंदा चलाया है। जिसके तहत जनपद में असहाय बालिकाओं को पूरा लाभ मिल रहा है।
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर हाई स्कूल भोगपुर, दाबडा में बस उद्घाटन के अवसर पर उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी, एसडीएम योगेश मेहरा, प्रदेश मंत्री युवा मोर्चा के हिमांशु चमोली, संघ चालक राजेन्द्र प्रसाद बडोनी, पूर्व राज्यमंत्री करण बोहरा, आचार्य शंकर सिंह, प्रधानाचार्य दीपा बिष्ट, शिक्षक दिपेश चौहान, अभिभावक संघ अध्यक्ष अशोक कपरवाण, उपाध्यक्ष राजपाल सिंह, कोषाध्यक्ष रघुवीर सिंह, व्यवस्थापक सतीश सेमवाल सहित स्कूली छात्र एवं स्थानीय जनता मौजूद थी।

 

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