नगर निगम टाउन हॉल में संस्कृत भारती द्वारा आयोजित जनपद संस्कृत सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। सम्मेलन में संस्कृत भाषा में निहित ज्ञान, विज्ञान, कला, संस्कृति के सभी विषयों पर चर्चा की जाएगी एवं राज्य में संस्कृत भाषा के प्रोत्साहन के लिए रूपरेखा तैयार की जाएगी।
सम्मेलन चार सत्रों में आयोजित किया जाएगा। पहला ज्ञान सत्र, दूसरा विज्ञान सत्र, तीसरा कला सत्र और चौथा संस्कृति सत्र रखा गया है। सम्मेलन संयोजक संजू प्रसाद ध्यानी नें बताया कि संस्कृत भाषा में ज्ञान परंपरा को आम जनता तक पहुंचाने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। संस्कृत भाषा में निहित भारतीय ज्ञान विज्ञान के मूल अवधारणाओं के विषय पर पर्दर्शिनी आयोजित की जाएगी। प्रदर्शिनी में गणित, भूगोल, खगोल, अंतरिक्ष, विज्ञान आदि विषयों पर उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अनुसंधान परिषद के साथ समन्वय के साथ मनाया जा रहा है।
तृतीय सत्र में भारतीय कलाओं का प्रदर्शन किया जाएगा जिसमें नियुद्ध, योग, आदि कलाओं का प्रदर्शन किया जाएगा और भारतीय कलाओं में नृत्य संगीत, गीत आदि 64 कलाओं के बारे में चिंतन किया जाएगा । चतुर्थ संस्कृत सत्र में भारतीय संस्कृति और परंपराओं के विषय में प्रस्तुतिकरण दिया जाएगा इसमें भारतीय कलाओं पर आधारित गीत, नृत्य, नाटक आदि शास्त्रीय कलाओं का प्रदर्शन किया जाएगा इस विषय पर एक भारतीय संस्कृत तत्व चिंतन के बारे में भी व्याख्यान भी दिया जाएगा। सम्मेलन में देहरादून के विभिन्न संस्थाओं विश्वविद्यालयों शोध संस्थानों, विश्वविद्यालयों, महाविद्यालय से शिक्षाविद वैज्ञानिक अनुसंधानकर्ता, वैज्ञानिक, अनुसंधानकर्ता भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन के आयोजन मंडल में ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि सम्मेलन की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है सम्मेलन के लिए 450 प्रतिनिधियों ने आवेदन किया है । सम्मेलन में उत्तराखंड संस्कृत अकादमी हरिद्वार एवं उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवंप्रौद्योगिकी परिषद भी सहभागी रहेगा। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने सभी स्कूल कॉलेज के लिए आदेश निर्गत किए हैं और उसमें कहा गया है कि संस्कृत विज्ञान प्रदर्शनी में शामिल होने के निर्देश दिये हैं।
संजू प्रसाद ध्यानी (संयोजक)