विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन.एच.एम.) उत्तराखंड द्वारा सिनर्जी हॉस्पिटल देहरादून के चिकित्सकों तथा पैरामेडिकल स्टाफ को तम्बाकू रोकथाम व उसके दुष्प्रभावों के बारे में आम जनमानस को जागरुक किए जाने हेतु शपथ ग्रहण कार्यक्रम (Oth ceremony) का आयोजन किया गया। साथ ही सिग्नेचर कैंपियन का भी आयोजन किया गया l
कार्यक्रम में मौजूद प्रतिभागियों को तम्बाकू से होने वाले हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरुक करते हुए डॉक्टर आदित्य कुमार नोडल ऑफिसर तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम एन.एच.एम. द्वारा कहा गया कि हम सभी अपने आसपास के लोगों को तम्बाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक करें और उन्हें इस खतरनाक आदत से मुक्ति प्राप्त करने के लिए प्रेरित करें।
डॉ आदित्य द्वारा बताया गया कि तम्बाकू किसी भी मात्रा में लेने पर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि उनके आस-पास के लोगों के लिए भी, विशेष रूप से गर्भवती महिलाएं, नवजात शिशुओं व बच्चों के स्वास्थ्य पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है। तंबाकू का सेवन कई जानलेवा बीमारियों का कारण बनता है, जिसमें कैंसर, हृदय रोग, फेफड़ों व मस्तिष्क की बीमारियाँ शामिल हैं।
डॉ आदित्य सिंह, प्रभारी अधिकारी, राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम (एन.टी.सी.पी.) द्वारा बताया गया कि राज्य के समस्त जनपदों में तम्बाकू का उपयोग रोकने के लिए सिगरेट तथा अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का प्रतिषेध और व्यापार तथा वाणिज्य, उत्पादन आपूर्ति और वितरण का विनियमन) अधिनियम 2003 (कोटपा) को राज्य में लागू किया गया है। कोटपा, 2003 के उल्लंघन पर व्यक्तियों का चालान काटा जाता है एवं अर्थदण्ड की वसूली की जाती है।
कार्यक्रम में सिनर्जी अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ समस्त स्टाफ मौजूद रहे।
तम्बाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक करें और उन्हें इस खतरनाक आदत से मुक्ति प्राप्त करने के लिए प्रेरित करें।
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