देहरादून :-उत्तराखंड में 1 जुलाई से विद्यालय को खोलने का एक ऐसा आदेश वायरल हो रहा है जिसमें 1 जुलाई से स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षा की बात की जा रही है।जबकि माननीय मुख्यमंत्री जी ने एक दिन पहले ही एक बैठक में यह कहा कि स्थिति सामान्य होने के बाद ही विद्यालयों को पठन-पाठन के लिए खोला जाएगा और 15 जुलाई के बाद ही विद्यालयों को खोलने की बात कही गई थी यह समय इसलिए लिया गया क्योंकि इतने दिनों के अंतराल में विद्यालयों में सैनिटाइजेशन और अन्य जरूरी सफाई व्यवस्था की जा सके।लेकिन आज जारी आदेश के आने के बाद शिक्षकों के मध्य यह भ्रम उत्पन्न हो गया है कि जब ऑनलाइन ही टीचिंग कार्य किया जाना है तो विद्यालय में बुलाए जाने का औचित्य ही क्या है और वह भी तब जब कोविड-19 एस ओ पी के अंतर्गत सभी शिक्षण संस्थाओं को बंद किया गया है।
शिक्षक वर्ग 25 अप्रैल 2021 के उस पत्र का हवाला भी दे रहे है जिसमें महानिदेशक विद्यालय शिक्षा उत्तराखंड के द्वारा यह कहा गया था ऑनलाइन शिक्षण के लिए विद्यालयों में शिक्षकों को ना बुलाया जाए और न ही उन्हें इसके लिए बाध्य किया जाय।
अब देखना यह होगा कि क्या शासन इस पत्र को संशोधित करता है या इसी तरह की भ्रम की स्थिति कुछ और दिनों तक बनी रहती है।