आज दिनाँक 22 दिसंबर 2021 को महाविद्यालय की मानविकी एवं समाज विज्ञान परिषद के तत्वावधान में, महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. डी. पी. एस.भंडारी के संरक्षण में विषय- जीवन और वस्तुओं के उत्पादन के रूप में महिलाएं पर एक गोष्ठी का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय की बी.ए. प्रथम वर्ष की छात्रा सलोनी द्वारा किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ मानविकी एवं समाज विज्ञान परिषद की अकादमिक प्रमुख डॉ.इन्दिरा जुगरान एवं महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ.डी.पी.एस.भंडारी द्वारा परिषद का ई- न्यूज पेपर संचेतना को लॉन्च किया गया।
गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग की मैडम डॉ. पूजा भंडारी द्वारा ” जीवन और वस्तुओं के उत्पादन के रूप में महिलाएं” विषय पर व्याख्यान दिया गया।
अपने वक्तव्य में डॉ. पूजा ने कार्य स्थल एवं घर पर महिलाओं द्वारा निभाई जाने वाली दोहरी एवं उन दो भूमिकाओं के बीच के अंतर्संबंधों को रेखांकित किया, उन्होंने विश्व आर्थिक मंच द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में वैश्विक लिंग असमानता बढ़ने के संदर्भ में भारत की महिलाओं की दुर्दशा पर चर्चा की। व्याख्यान के अंत में डॉ. पूजा भंडारी ने कहा कि व्यापक लिंग अंतर को कम करने के लिए महिला केंद्रित मुद्दों से सम्बंधित जागरूकता उत्पन्न करने के लिए नागरिक समाज की भागीदारी होनी चाहिए, साथ ही वह सरकार द्वारा नीतिगत हस्तक्षेप की मांग करती है।
महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. डी. पी. एस. भंडारी द्वारा परिषद के माध्यम के द्वारा की गई गोष्ठी की सराहना की गई, तथा परिषद के सभी सदस्यों को शुभकामनाएं दी गई।
कार्यक्रम के समापन में बी.ए. प्रथम वर्ष की छात्रा मोनिका द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
इस अवसर पर डॉ. इंद्रा जुगरान, डॉ. कुलदीप रावत, श्रद्धा सिंह, डॉ.मीनाक्षी शर्मा,डॉ. मीरा कुमारी, सोबन सिंह, डॉ. मीनाक्षी शर्मा, डॉ. अंकिता बोरा, डॉ. निशांत भट्ट, वैभव सिंह, डॉ.मणिकांत शाह, डॉ.हर्ष नेगी, श्री दिनेश कुमार, डॉ. साक्षी शुक्ला, डॉ. डी. एस. तोपवाल,, डॉ. गुरुपद गुसाईं, डॉ. सजवाण तथा अन्य शिक्षक एवं छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे।