राजकीय महाविद्यालय पौखाल टिहरी गढ़वाल में एन॰एस॰एस॰ इकाई के तत्वाधान में संविधान दिवस पर गोष्ठी का आयोजन किया गया तथा संविधान की प्रस्तावना भी पढ़ी गई। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अंधरूति शाह द्वारा किया गया। डॉ. शाह मैडम ने अपने उद्बोधन में महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं को संविधान दिवस की महत्ता के विषय से अवगत कराया। डॉ. संतोषी ने छात्र/ छात्राओं को अवगत कराया कि संविधान दिवस 26 नवम्बर को क्यों क्यों और कब से मनाया जा रहा,
इसी क्रम में डॉ. संतोषी द्वारा संविधान की प्रस्तावना भी पढ़ी गई और प्रस्तावना में वर्णित शब्दों पर भी प्रकाश डाला गया। डॉ. संजीव प्रसाद भट्ट ने संविधान में वर्णित मौलिक अधिकारों पर चर्चा की ओर कहा कि संविधान ने हम सभी को समान रूप से कुछ मौलिक अधिकार दिये हैं, हमें इनके विषय मे जानकारी रखनी चाहिये। डॉ. भीम राव अम्बेडकर जी ने विश्व के विभिन्न देशों के सँविधान का अध्ययन कर हमारे लिए एक ऐस संविधान का निर्माण किया है जो जो विश्व का सबसे बड़ा और लोकतांत्रिक व्यवस्था को बनाये रखने में सक्षम है। डॉ. बी.आर.भद्री और डॉ. अनुरोध प्रभाकर ने छात्र/छात्राओं को अवगत कराया कि सभी को संविधान की प्रस्तावना जरूर पढ़नी चाहिये, ये हमे संविधान के वास्तविक दर्शन से अवगत करती है। एन. एस. एस. प्रभारी डॉ. संदीप कुमार ने कहा की हमे अपने संविधान पर गर्व करना कि चाहिये। किसी देश का संविधान उसकी राजनीतिक व्यवस्था का बुनियादी ढांचा निर्धारित करता है, जिसके द्वारा उसकी जनता शासित होती है, यह राज्य की विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका व उसकी शक्तियों की व्याख्या करता है,उसके दायित्वों का सीमांकन, परम्परा तथा जनता के मध्य सम्बन्धो का विनियमन भी करता है।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.ए. एन. सिंह जी ने सभी को संविधान दिवस की बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की। शुभकामनाएं संदेश में प्राचार्य जी ने कहा कि हमें उन सभी विभूतियों को नमन करना चाहिये जिन्होंने देश की आजादी एवं संविधान निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दिया। कार्यक्रम में डॉ. संदीप कुमार, डॉ.संजीव भट्ट, डॉ. बी. आर. भद्री, डॉ. अंधरूति शाह, डॉ. अनुरोध प्रभाकर, डॉ. संतोषी कर्मचारीगण श्री मनोज राणा, श्री राजेन्द्र सिंह, श्री रोशन लाल आर्य, श्री राजपाल सिंह, श्री अनिल सिंह, एवं अंजलि, पूजा, सपना, रीना, स्मिता, पूजा, रविन्द्र, शिल्पा, संजना, कविता, दिव्या, रवीना,रेनू, मीनाक्षी, करीना आदि छात्र- छात्राएं उपस्थित रही।