Sunday, May 18, 2025
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जिलाधिकारी ने एसई लोनिवि चकराता को स्वयं प्रभावित स्थलों का निरीक्षण करें तथा अभियन्ताओं को मौके पर उपस्थित रहते हुए मार्गों को खोलने तथा मरम्मत कार्य संचालित करवाने के निर्देश दिए।

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Vijaya Dimri
Vijaya Dimrihttps://bit.ly/vijayadimri
Editor in Chief of Uttarakhand's popular Hindi news website "Voice of Devbhoomi" (voiceofdevbhoomi.com). Contact voiceofdevbhoomi@gmail.com

जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका द्वारा गत 25 सिंतबर 2022 को हुई भारी वर्षा के कारण विकासखण्ड चकराता, कालसी में हुई आपदा से नुकसान को लेकर क्षेत्र में रेखीय विभाग द्वारा जारी राहत कार्य, क्षति का आंकलन तथा अनुमन्य राशि वितरण आदि को लेकर वर्चुअल माध्यम से अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। तथा संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि आपदा राहत कार्यों को गंभीरता से लिया जाएगा। उन्होने ग्राम प्रधान एवं जनप्रतिनिधियों से वर्चुअल माध्यम से सीधे संवाद कर क्षेत्र में हुई क्षति का आंकलन एवं अनुमन्य राशि वितरण व कार्यों की जानकारी ली तथा मौके पर उपस्थित अधिकारियों को कार्यों की त्वरित निस्तारण हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी चकराता, कालसी एवं तहसीलदार चकराता एवं बीडीओ चकराता, कालसी सहित लोनिवि, जल सस्थान, एनएच, पीएमजीएसवाई, पशुपालन विभाग ,कृषि विभाग के अधिकारियों को क्षति का आंकलन करते हुए रिर्पोट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही उपजिलाधिकारी चकराता/कालसी को अहेतुक राशि के साथ ही क्षति का आंकलन करते हुए मुआवजा वितरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने उप जिलाधिकारी को क्षेत्रों में तहसीलदार, पटवारी, कृषि विभाग, सिंचाई, बीडीओ की टीम बनाकर क्षेत्रों में क्षति का आंकलन करते हुए तत्काल मुआवजा वितरित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने लोनिवि के अधिकारियों को मुख्य मार्गों एवं संपर्क मार्गों को युद्धस्तर पर खोले जाने के निर्देश दिए। साथ ही जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को विभागवार रिर्पोट प्राप्त करते हुए कृषि भूमि, पशु हानि, मकान क्षति के साथ ही विभिन्न योजनाओं को हुई क्षति की रिर्पोट एकत्रित करते हुए रिर्पोट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए साथ ही संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि आपदा में क्षतिग्रस्त हुई योजनाओं, सड़कों आदि का आंगणन के साथ 25 सिंतबर को हुई क्षति को भी सम्मिलित करते हुए आंगणन तैयार करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने एसई लोनिवि चकराता को स्वयं प्रभावित स्थलों का निरीक्षण करें तथा अभियन्ताओं को मौके पर उपस्थित रहते हुए मार्गों को खोलने तथा मरम्मत कार्य संचालित करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियों को क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं को यथाशीघ्र ठीक करते हुए योजनाओं के ठीक होने तक वैकल्पिक व्यवस्थाएं बनाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने वर्चुअल माध्यम से ब्लाॅक प्रमुख कालसी मठोर सिंह, ब्लाॅक प्रमुख चकराता, ग्राम प्रधान नराया श्री चन्द, मेन्द्रत रमेश डोभाल, खरोड़ा धर्मदत्त डिमरी, लोरली राजेन्द्र सिंह राणा, लाबां बाबी चैहान, हरिपुर जवाहर सिंह, जुसोऊ भाकरोऊ अनिल तोमर, क्वारना जीवन सिंह बांगी, ग्राम सैंज बमराड़ कुनैन, चात्रा, हनोल, व्यासी नहरी सहित वर्चुअल माध्यम से जुड़े अन्य ग्राम सभाओं के ग्राम प्रधानों से वार्ता कर उनके क्षेत्र में हुई क्षति की जानकारी प्राप्त करते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में भ्रमण करते हुए क्षति का आंकलन कर तत्काल मुआवजा राशि वितरित करने के निर्देश दिए तथा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को क्षेत्रों में हुई पशु हानि व मुख्य कृषि अधिकारी को फसलों को भी क्षति का आंकलन करवाते हुए सूचना से तहसील अवगत कराने के निर्देश दिए ताकि प्रभावितों को यथाशीघ्र मुआवजा वितरित कराया जा सके।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के.के. मिश्रा, अधीक्षण अभियन्ता जल संस्थान नमित रमोला, जिला पंचायतीराज अधिकारी एम जफर खान, सहायक निदेशक सूचना बी.सी नेगी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपशिखा रावत, विद्युत विभाग, लोनिवि, सिंचाई आदि संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। तथा उप जिलाधिकारी चकराता सौरभ असवाल, तहसीलदार रमोला, अधीक्षण अभियन्ता लोनिवि प्रत्युश कुमार, बीडीओ चकराता एवं कालसी वर्चुअल माध्यम से जुड़े रहे।

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