Thursday, July 31, 2025
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जिलाधिकारी रीना जोशी की अध्यक्षता मे कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष में सम्पन्न हुई।

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Vijaya Dimri
Vijaya Dimrihttps://bit.ly/vijayadimri
Editor in Chief of Uttarakhand's popular Hindi news website "Voice of Devbhoomi" (voiceofdevbhoomi.com). Contact voiceofdevbhoomi@gmail.com

पशुपालन विभाग की बकरी पालन व्यवसाय से संबंधित गोट वैली योजना अंतर्गत जनपद स्तरीय गोट वैली क्रियान्वयन, मूल्यांकन एवं अनुश्रवण समिति की बैठक जिलाधिकारी रीना जोशी की अध्यक्षता मे कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी रीना जोशी ने पशुपालन विभाग व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ गोट वैली योजना के बेहतर क्रियान्वयन को लेकर विस्तृत चर्चा की तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद में गोट वैली योजना का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से किया जाय। योजना अंतर्गत चयनित लाभार्थियों को पशु पालन विभाग द्वारा तकनीकी सहयोग दिया जाय तथा नियमित स्थलीय निरीक्षण किया जाय। आरसेटी व उद्योग विभाग से समन्वय बनाकर बकरी पालकों को बकरी पालन व्यवसाय का उचित प्रशिक्षण दिया जाय। यह भी सुनिश्चित किया जाय कि लाभार्थी द्वारा लोन की धनराशि से नई बकरियों को खरीदा जाय। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि गोट वैली योजना का मनरेगा व रीप परियोजना से कन्वर्जन कर गोट बेली योजना के लाभार्थियों को अन्य सहयोगात्मक लाभ भी प्रदान किया जाय।
बैठक में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ योगेश भारद्वाज ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से गोट वैली योजना की जानकारी देते हुए बताया कि गोट वैली योजना का उदेश्य एक क्षेत्र विशेष में लोगों को बकरी पालन के लिए प्रोत्साहित करना है। इस वर्ष जनपद में गोट वैली योजना अंतर्गत चार विकास खंड बिण, मुनाकोट, कनालीछीना तथा धारचूला को सम्मिलित किया गया है। प्रत्येक क्षेत्र में क्लस्टर आधारित गांव में 25 लाभार्थियों का चयन विकास खंड स्तर से करने की प्रक्रिया गतिमान है। कुल 1 सौ लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया जाएगा।चयनित लाभार्थियों का प्राथमिक सहकारी समिति तथा उत्तराखंड भेड़ एवम ऊन विकास बोर्ड में पंजीकरण अनिवार्य होगा। चयनित लाभार्थियों को एनसीडीसी के माध्यम से बकरियां क्रय करने हेतु रुपये 30 हजार प्रति लाभार्थी ऋण प्रदान किया जाएगा। इन बकरियों का बीमा पशु पालन विभाग द्वारा पशुधन बीमा योजना अंतर्गत किया जाएगा।इन बकरी पालकों को समय समय पर विभाग द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा। तत्पश्चात इन बकरी पालकों को रुपये 63 हजार प्रति लाभार्थी अनुदान भी बकरियां क्रय करने के लिए पशु पालन विभाग द्वारा दिया जाएगा।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी वरुण चौधरी, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, सहायक निबंधक सहकारिता सीएस पाँगती, जिला परियोजना प्रबंधक रीप प्रतीम भट्ट ,उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी तथा विकास खंड बिण, मुनाकोट, धारचूला व कनालीछीना के पशु चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे।

 

 

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