उत्तरकाशी 7 सितंबर के गाजणा पट्टी के उडरी गांव में आज दिव्या व भव्यता के साथ क्षेत्र के प्रसिद्ध पर्चाधारी भगवान जाख देवता व गुरु चौरंगी वीर के पौराणिक मेले का आयोजन किया गया इस मेले में हजारों की संख्या मे लोग अपना दुख, दर्द भगवान जाख देवता के सामने रखते हैं और अपनी आस्था से श्रीफल चढ़ाते हैं इसके पीछे मान्यता है कि जो श्रीफल भगवान जाख देवता को चढ़ाते हैं I
वह श्रीफल लेकर ग्रामीणों को साथ लेकर 15 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई चढ़ने के बाद घने जंगलों में जाकर जाख देवता एक निश्चित स्थान पर छोड़ देते हैं और लोगों का दुख, दर्द दूर करते हैं साथ ही इसी दिन जाख देवता से धान की कटाई का दिन भी मांगते हैं अगर देवता के बताये दिन से पहले अगर कोई ग्रामीण धान काटता है तो उसकी फसल नष्ट हो जाती है इसी विश्वास के साथ पोरांणिक काल से इस मेले का आयोजन किया जाता है साथ ही इस दौरान युवा नेता सुभाष रावत, प्रदीप पंवार,लाखी रावत एवं समस्त भक्त आदि मौजूद रहे के गाजणा पट्टी के उडरी गांव में आज दिव्या व भव्यता के साथ क्षेत्र के प्रसिद्ध पर्चाधारी भगवान जाख देवता व गुरु चौरंगी वीर के पौराणिक मेले का आयोजन किया गया इस मेले में हजारों की संख्या मे लोग अपना दुख, दर्द भगवान जाख देवता के सामने रखते हैं और अपनी आस्था से श्रीफल चढ़ाते हैं इसके पीछे मान्यता है कि जो श्रीफल भगवान जाख देवता को चढ़ाते हैंI