( के एस असवाल गौचर):- आईराइज पुणे व राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद देहरादून के संयुक्त तत्वाधान में गणित व विज्ञान शिक्षकों के कौशलों को विकसित करने हेतु तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चमोली के सभागार में किया गया। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डायट प्राचार्य आकाश सारस्वत ने कहा कि विद्यालयी शिक्षा के पश्चात् बच्चों की गणित व विज्ञान विषय में रूचि जागृत करना आज की आवश्यकता है और इस हेतु हमारी कक्षाओं में शिक्षक इन विषयो को किन प्रक्रियाओं को अपना कर अधिगम करवा रहे हैं इनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है l
कक्षाओं में शिक्षण गतिविधिपरक हो इसके लिये यह कार्यशाला आयोजित की जा रही है और जनपद चमोली में बच्चों को इसका सीधा लाभ शिक्षकों के माध्यम से मिलेगा।
कार्यशाला के समन्वयक रविन्द्र बर्तवाल द्वारा इस कार्यशाला के उदेश्यों के बारे में बताया कि आज दुनिया का हर देश स्टेम (STEM) विज्ञान, तकनीकी, अभियांत्रिकी और गणित शिक्षा पर ध्यान दे रहा हैं तो इसे भारत में बढ़ावा देने के लिये देश में 7 आईआईएसईआर की स्थापना की गयी हैं और उनमें से आईराइज पुणे उत्तराखंड में शिक्षकों की क्षमता संवर्धन हेतु प्रत्येक जनपद में यह कार्यशाला आयोजित कर रहा है।
इस कार्यशाला के बारे में आईराइज से मुख्य सन्दर्भदाता रोहित द्वारा बताया गया कि इन कार्यशालाओं के माध्यम से देश के 5 राज्यों के शिक्षकों की क्षमता का संवर्धन किया जा रहा है। शिक्षक नवाचारी तरीके से शिक्षण कार्य करे उन्होंने थिंक आउट ऑफ़ द बॉक्स का उपयोग करके कुछ समस्याएं प्रतिभागियों के सम्मुख रखी। उन्होंने कहा कि हमारे आकलन के तरीकों में बदलाव की आवश्यकता हैं। शिक्षकों ने इस कार्यशाला से अपेक्षायें रखी जिसका निदान तीसरे दिन ही हो पायेगा।
इस कार्यशाला में डायट से गोपाल कपरुवान, सुमन भट्ट व सन्दर्भदाता में वीरेंद्र नेगी, जगदीश कंडवाल, संदीप नेगी, प्रवीण नेगी तथा जनपद के विभिन्न विद्यालयों के32 विज्ञान व गणित के शिक्षक प्रतिभाग कर रहे हैं।