देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष को लेकर घमासान मचा हुआ है। नेताओं की आपसी खींचतान से परेशान कांग्रेस आलाकमान विवाद थामने के लिए कुमाऊं के ब्राह्मण नेता की प्रदेश अध्यक्ष पद पर ताजपोशी कर सकता है। ऐसा करके कांग्रेस एक तो भाजपा के ब्राह्मण अध्यक्ष की काट कर सकती है। साथ ही प्रीतम को नेता प्रतिपक्ष बनाकर जातीय और क्षेत्रीय संतुलन भी बना सकती है।
नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर कांग्रेस में घमासान मचा है। हरीश रावत गुट चाहता है कि या तो नेता प्रतिपक्ष का पद मिल जाए या फिर हरीश रावत को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया जाए। हरीश विरोधी खेमा दोनों में से किसी भी बात पर सहमत नहीं दिख रहा है। दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं के साथ उत्तराखंड के क्षत्रपों की कई दौर की बात हो चुकी है। लेकिन कोई समाधान नहीं निकल रहा है।
कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि समाधान न निकलता देख हाईकमान अब उत्तराखंड कांग्रेस में पूरी तरह से फेरबदल करने का मन बना रहा है। अगर सब कुछ फॉर्मूले के अऩुसार ही हुआ तो प्रदेश अध्यक्ष का पद कुमाऊं के ब्राह्मण नेता को दिया जा सकता है। साथ ही गढ़वाल के ठाकुर नेता और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम को नेता प्रतिपक्ष बनाकर जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधा जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो भाजपा ने एक ब्राह्मण को प्रदेश अध्य़क्ष बनाकर जो सियासी दांव खेला है, उसकी भी काट की जा सकती है।
अब सवाल यह है कि कांग्रेस अगर ऐसा करती है तो कुमाऊं के किस ब्राह्मण नेता की ताजपोशी बतौर प्रदेश अध्यक्ष हो सकती है। ऐसे में कुमाऊं के काशीपुर निवासी ब्राह्मण नेता आर्येंद्र शर्मा का नाम सबसे आगे है। यूं तो उनका कार्य़क्षेत्र गढ़वाल में आने वाली सहसपुर विस सीट है। पर काशीपुर से उनका बचपन का रिश्ता है। एनडी तिवारी की सरकार के समय में उनकी काशीपुर में खासी सियासी सक्रियता रही है।
प्रदेश कॉंग्रेस अध्यक्ष पद पर सोशल इंजीनियरिंग इफेक्ट।
- Advertisement -