स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत आयोजित शिविरों में 288 महिला नसबंदी केसों के सापेक्ष 281 महिला नसबंदी केस करते हुए 98 प्रतिशत का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है।
उक्त आशय की जानकारी देते हुए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विमल सिंह गुसांई ने अवगत कराया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत जनपद के 75 हैल्थ एवं वैलनेस सेंटर व उपकेंद्र स्तर पर सास-बहू पति सम्मेलन का भी आयोजन किया गया, जिसमें हैल्थ एवं वैलनेस सेंटर व उपकेंद्रों के अंतर्गत आने वाली ग्राम सभाओं की सास-बहू व पतियों की गोष्ठी कराई गई एवं उनको परिवार नियोजन की स्थाई व अस्थाई विधियों के साथ ही दो बच्चों के बीच में न्यूनतम 3 वर्ष के अंतराल के बारे में जागरुक किया गया। इसके साथ ही परिवार नियोजन सेवाओं के संबंध में आशा, एएनएम, सीएचओ एवं परिवार नियोजन काउंसलर के माध्यम से पात्र दंपत्तियों को नियमित रूप से जागरुक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महिला नसबंदी केस डाॅ. लोकेश सलुजा, लैप्रोस्कोपिक सर्जन, उप जिला चिकित्सालय श्रीनगर की टीम द्वारा की गई।