देहरादून :- शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून के तत्वावधान में गर्भवती माताओं के कोविड टीकाकरण से संबंधित जिला स्तरीय प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। सम्भागीय प्रशिक्षण केन्द्र चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण चंदर नगर में आयोजित प्रतिक्षण कार्यशाला में चिकित्सा इकाइयों तथा सरकारी कोविड टीकाकरण केन्द्र के नोडल अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यशाला में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋ़षकेश, जिला चिकित्सालय, समस्त उप जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा सरकारी कोविड टीकाकरण केन्द्रों से नोडल अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
कार्यशाला में प्रशिक्षकों को गर्भवती माताओं में टीकाकरण संबंधी घबराहट को दूर करना तथा टीकाकरण के बाद एईएफआई प्रबंधन के बारे में जानकारी दी गयी।
कार्यशाला के दूसरे सत्र में मीजिल्स रुबैला टीकाकरण के सर्विलांस को सुदृढ़ किए जाने हेतु प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण चिकित्सा इकाईयों के चिकित्सा अधिकारियों को दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 मनोज उप्रेती ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड टीकाकरण का सबसे संवेदनशील चरण प्रारम्भ होने जा रहा है। गर्भवती माताओं को टीका लगाने से हम ना सिर्फ कोरोना से उनकी रक्षा करेंगे बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु को भी कोरोना के खतरे से बचाने का कार्य करेंगे। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों से अपील की कि यह प्रयास करें कि आपके क्षेत्र में प्रत्येक गर्भवती माता को कोरोना का टीका लगाकर प्रतिरक्षित किया जाए।
कार्यशाला में राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ0 कुलदीप मार्तोलिया, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ0 सुधीर पाण्डेय, एपिडिमियोलॉजिस्ट डॉ0 एस0एस0 कण्डारी, प्रशिक्षक डॉ0 दीपाली फोनिया, विश्व स्वास्थ्य संगठन से सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर डॉ विकास शर्मा तथा जिला सहा0 प्रतिरक्षण अधिकारी यज्ञदेव थपलियाल, ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला में सा0स्वा0केन्द्र डोईवाला के चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 के0एस0 भण्डारी, सा0स्वा0केन्द्र सहसपुर से चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 विनीता सयाना, कोविन पोर्टल के प्रभारी डॉ0 आदित्य सिंह, एम्स से डॉ0 मधुकर, देवेन्द्र पंवार सहित अन्य प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।